250+ राहत इन्दौरी की मशहूर शायरी | Rahat Indori Shayari, Poetry, Quoutes in Hindi


rahat indori shayari, poetry, Quoutes in Hindi: नमस्कार दोस्तों- आज के इस पोस्ट में मैं आप लोगों के लिए मशहूर शायर डॉ राहत इंदौरी की लिखे कुछ चुनिंदा शायरी (Rahat Indori Famous Shayari) लेकर आया हूं,

राहत इंदौरी का जन्म राहत कुरैशी के रूप में 1 जनवरी, 1950 को इंदौर में रफतुल्लाह कुरैशी (पिता) और मकबूल उन निसा बेगम (मां) के घर हुआ था। उनके पिता एक कपड़ा मिल मजदूर थे और उनकी मां एक गृहिणी थीं।

राहत इंदौरी ने अपनी स्कूली शिक्षा नूतन स्कूल से पूरी की। साल 1973 में उन्होंने इस्लामिया करीमिया कॉलेज, इंदौर से ग्रेजुएशन किया। वर्ष 1975 में, उन्होंने बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल से उर्दू साहित्य में स्नातकोत्तर किया।

वर्ष 1985 में उनकी थीसिस 'उर्दू में मुशायरा' के लिए उन्हें मध्य प्रदेश के भोज विश्वविद्यालय से उर्दू साहित्य में पीएचडी की उपाधि से सम्मानित किया गया।

Rahat Indori Shayari in Hindi |
राहत इंदौरी शायरी

राहत इंदौरी: पर्सनल लाइफ

राहत इंदौरी ने 27 मई, 1986 को सीमा राहत से शादी की। दंपति की एक बेटी शिबिल और दो बेटे- फैसल राहत और सतलज राहत थे। इसके बाद उन्होंने 1988 में उर्दू और हिंदी भाषा की कवि अंजुम रहबर से शादी की और 1993 में दोनों अलग हो गए।

राहत इंदौरी: करियर

पूर्णकालिक कवि और गीतकार बनने से पहले, राहत इंदौरी ने 16 साल तक देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में उर्दू साहित्य पढ़ाया। वह एक पेंटर भी थे और उन्होंने बॉलीवुड के कई पोस्टर और बैनर भी बनाए थे। राहत इंदौरी पिछले 40-45 सालों से मुशायरों और कवि सम्मेलनों में सक्रिय रूप से अपनी प्रस्तुति दे रहे थे। राहत इंदौरी न केवल भारत में एक प्रसिद्ध कवि थे, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक मान्यता प्राप्त उर्दू कवि भी थे। उन्होंने यूएसए, यूके, यूएई, कनाडा, सिंगापुर, मॉरीशस, केएसए, कुवैत, कतर, बहरीन, ओमान, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल आदि में कई प्रदर्शन किए हैं।

राहत इंदौरी : मृत्यु

राहत इंदौरी ने 11 अगस्त, 2020 को 70 साल की उम्र में दो कार्डियक अरेस्ट से पीड़ित होने के बाद अरबिंदो अस्पताल, इंदौर में अंतिम सांस ली। उन्होंने अपनी मृत्यु से एक दिन पहले COVID-19 पॉजिटिव का परीक्षण किया।

राहत इंदौरी: पुस्तकें

  • Naraz
  • Mere Baad
  • Dhoop Bahut Hai
  • Rut
  • Chand Pagal Hai
  • Do Kadar Or Sahi
  • Maujood

राहत इंदौरी: बॉलीवुड गाने

  • Aaj humne dil ka har kissa for the film Sir. 
  • Dil jigar ke jaan achchha hai for the film Janam.
  • Mere Khayal for the film Main Tera Aashiq. 
  •  Tuta hua dil tere hawaale for the film Aashiyan.
  • Tumsa koi pyaara koi masoom for the film Khuddar. 
  • Khat likhna humein khat likhna for the film Khuddar. 
  • Tum mano ya na mano for the film Khuddar. 
  • Raat kya maange ek sitaara for the film Khuddar. 
  • M Bole to for the film Munnabhai MBBS. 
  • Chan Chan for the film Munnabhai MBBS. 
  • Dekho Dekho Jaanam Ham for the film Ishq. 
  • Dekhle Aankhon Mein Aankhien Daal for the film Munnabhai MBBS. 
  • Zindagi naam ko hamari hai for the film Aashiyan.
  • Dil ko hazaar baar roka for the film Murder. 
  • Dhuan Dhuan for the film  Mission Kashmir. 
  • Yeh Rishta Kya Kehlata Hai for the film Meenaxi. 
  • Neend Churayee Meri for the film Ishq.
  • Chori Chori Jab Nazrein Mili for the film Kareeb. 

राहत साहब का नाम भारत के प्रसिद्ध और लोकप्रिय शायरों में लिया जाता है, तो चलिए दोस्तों पढ़ते हैं राहत इंदौरी की कुछ प्रसिद्ध रचनाएं Best Rahat Indori Shayari in Hindi | राहत इंदौरी शायरी

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डॉ राहत इंदौरी के 50 बेहतरीन शेर | Rahat Indori Shayari, Poetry, Quoutes in Hindi 

जुबां तो खोल, नजर तो मिला, जवाब तो दे,

मैं कितनी बार लुटा हूँ, हिसाब तो दे।

jubaan to khol, najar to mila, javaab to de, 

main kitani baar luta hoon, hisaab to de.


आँख में पानी रखो होंटों पे चिंगारी रखो,

ज़िंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो।

aankh mein paani rakho honton pe chingaari rakho, 

zinda rahana hai to tarakeeben bahut saari rakho.


तूफ़ानों से आँख मिलाओ, सैलाबों पर वार करो,

मल्लाहों का चक्कर छोड़ो, तैर के दरिया पार करो।

toofaanon se aankh milao, sailaabon par vaar karo, 

mallaahon ka chakkar chhodo, tair ke dariya paar karo. 


उस की याद आई है साँसो ज़रा आहिस्ता चलो,

धड़कनों से भी इबादत में ख़लल पड़ता है।

us ki yaad aai hai saanso zara aahista chalo, 

dhadakanon se bhi ibaadat mein khalal padata hai.


न हम-सफ़र न किसी हम-नशीं से निकलेगा,

हमारे पाँव का काँटा हमीं से निकलेगा।

na ham-safar na kisi ham-nasheen se nikalega, 

hamaare paanv ka kaanta hameen se nikalega.


हम से पहले भी मुसाफ़िर कई गुज़रे होंगे,

कम से कम राह के पत्थर तो हटाते जाते।

ham se pahale bhi musaafir kai guzare honge, 

kam se kam raah ke patthar to hataate jaate.


नए किरदार आते जा रहे हैं,

मगर नाटक पुराना चल रहा है।

 naye kiradaar aate ja rahe hain, 

magar naatak puraana chal raha hai.

Rahat Indori Shayari in Hindiराहत इंदौरी शायरी हिंदी लव

Rahat Indori Shayari in Hindi: Rahat Indori ji is one of the great poets of the Urdu world and a well-known lyricist of Hindi films. He was born on 1 January 1950 in Indore, Madhya Pradesh. That's why people know him by the name of Rahat Indori, the poetry written by him is very famous. That's why today we have brought Best Rahat Indori Shayari in Hindi, Rahat Indori Shayari Images which you people are going to like very much.

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वो चाहता था कि कासा ख़रीद ले मेरा,

मैं उस के ताज की क़ीमत लगा के लौट आया।

vo chaahata tha ki kaasa khareed le mera, 

main us ke taaj ki keemat laga ke laut aaya.


बहुत ग़ुरूर है दरिया को अपने होने पर,

जो मेरी प्यास से उलझे तो धज्जियाँ उड़ जाएँ।

bahut guroor hai dariya ko apane hone par, 

jo meri pyaas se ulajhe to dhajjiyaan ud jayen.


शाख़ों से टूट जाएँ वो पत्ते नहीं हैं हम,

आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे।

shaakhon se tut jaen vo patte nahin hain ham, 

aandhee se koi kah de ki auqaat mein rahe. 


फूंक डालुंगा मैं किसी रोज दिल की दुनिया,

ये तेरा खत तो नहीं है जो जला ना सकूं।

phoonk daalunga main kisi roj dil ki duniya, 

ye tera khat to nahin hai jo jala na sakoon.


मुझसे पहले वो किसी और की थी,

मगर कुछ शायराना चाहिये था,

चलो माना ये छोटी बात है,

पर तुम्हें सब कुछ बताना चाहिये था।

mujhase pahale vo kisi aur ki thi, 

magar kuchh shaayaraana chaahiye tha, 

chalo maana ye chhoti baat hai, 

par tumhen sab kuchh bataana chaahiye tha.


बीमार को मरज़ की दवा देनी चाहिए,

मैं पीना चाहता हूँ पिला देनी चाहिए।

beemaar ko maraz ki dava deni chaahiye, 

main peena chaahata hoon pila deni chaahiye.


 अब हम मकान में ताला लगाने वाले हैं,,

पता चला हैं की मेहमान आने वाले हैं।

ab ham makaan mein taala lagaane vaale hain,, 

pata chala hain ki mehamaan aane vaale hain.

Rahat Indori Quotesराहत इंदौरी शायरी

यहां हिंदी में राहत इंदौरी शायरी का संग्रह उनकी अब तक की 150+ Best Rahat Indori Shayari in Hindi का संग्रह है।

डॉ. राहत इंदौरी हिंदी फ़िल्मों के बेहतरीन शायर, शायर और गीतकार हैं। उनके गीतों का अब तक 13 से अधिक बॉलीवुड फिल्मों में उपयोग किया गया है, जिसमें ब्लॉकबस्टर मुन्नाभाई एमबीबीएस भी शामिल है। वह मुशायरा की विश्व स्तर पर जानी मानी शख्सियत हैं

राहत इंदौरी साहब कविताओं और शायरियों में एक प्रसिद्ध व्यक्तित्व हैं, वे इंदौर विश्वविद्यालय में उर्दू साहित्यकार थे। वह विश्वविद्यालय में अपने छात्रों के बीच काफी लोकप्रिय थे।

डॉ. राहत इंदौरी ने अपनी पहली शायरी 19 साल की उम्र में अपने कॉलेज में लिखी थी। वह उन उर्दू कवियों में से एक हैं जो सरल और स्पष्ट भाषा में कविता लिखते हैं और उनके दोहों ने बहुतों का दिल जीत लिया है। उन्हें उनके काम के लिए दुनिया भर में कई सम्मानों से नवाजा गया है। उनकी उत्कृष्ट कृतियों को एक स्थान पर प्रस्तुत करना कठिन है, फिर भी हमने आपको राहत इंदौरी शायरी का संग्रह हिंदी में उनकी 150+ Dr. Rahat Indori Famous Shayari को प्रस्तुत करने का प्रयास किया है।

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रोज़ तारों को नुमाइश में ख़लल पड़ता है,

चाँद पागल है अँधेरे में निकल पड़ता है।

roz taaron ko numaish mein khalal padata hai, 

chaand paagal hai andhere mein nikal padata hai. 


दोस्ती जब किसी से की जाए,

दुश्मनों की भी राय ली जाए।

dosti jab kisi se ki jaye, 

dushmanon ki bhi raay lee jaye.


उस आदमी को बस इक धुन सवार रहती है,

बहुत हसीन है दुनिया इसे ख़राब करूं।

us aadami ko bas ik dhun savaar rahati hai, 

bahut haseen hai duniya ise kharaab karoon. 


ऐसी सर्दी है कि सूरज भी दुहाई मांगे,

जो हो परदेस में वो किससे रज़ाई मांगे।

aisi sardi hai ki sooraj bhi duhai maange, 

jo ho parades mein vo kisase rajai maange.


अंदर का ज़हर चूम लिया धुल के आ गए,

कितने शरीफ़ लोग थे सब खुल के आ गए।

andar ka zahar choom liya dhul ke aa gaye, 

kitane shareef log the sab khul ke aa gaye.


फूलों की दुकानें खोलो, खुशबू का व्यापार करो,

इश्क़ खता है तो, ये खता एक बार नहीं, सौ बार करो।

phoolon ki dukaanen kholo, khushabu ka vyaapaar karo, 

ishq khata hai to, ye khata ek baar nahin, sau baar karo. 


मैंने अपनी खुश्क आँखों से लहू छलका दिया,

इक समंदर कह रहा था मुझको पानी चाहिए।

maine apani khushk aankhon se lahu chhalaka diya, 

ik samandar kah raha tha mujhako paani chaahiye. 


किसने दस्तक दी, दिल पे, ये कौन है,

आप तो अन्दर हैं, बाहर कौन है।

kisane dastak di, dil pe, ye kaun hai, 

aap to andar hain, baahar kaun hai.


कहीं अकेले में मिल कर झिंझोड़ दूँगा उसे,

जहाँ-जहाँ से वो टूटा है जोड़ दूँगा उसे।

kaheen akele mein mil kar jhinjhod doonga use, 

jahaan-jahaan se vo tuta hai jod doonga use.


मेरा नसीब, मेरे हाथ कट गए वरना,

मैं तेरी माँग में सिन्दूर भरने वाला था।

mera naseeb, mere haath kat gaye varana, 

main teri maang mein sindoor bharane vaala tha. 

Rahat Indori Best Shayariराहत इंदौरी शायरी हिंदी

Rahat Indori Shayari in Hindi: Friends, world famous Urdu language poet, poet and Hindi film lyricist Dr. Rahat Indori Saheb is an artist who presents his poetry in a special way. If love is expressed through their words, then the pain and sorrow of the society is also expressed, and sometimes they also show the mirror to the system. Let us present Dr. Some selected Sher - Shayari of Rahat Indori

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मोड़ होता है जवानी का सँभलने के लिए,

और सब लोग यहीं आ के फिसलते क्यूं हैं।

mod hota hai javaani ka sanbhalane ke liye, 

aur sab log yaheen aa ke fisalate kyoon hain.


नींद से मेरा ताल्लुक़ ही नहीं बरसों से,

ख़्वाब आ आ के मेरी छत पे टहलते क्यूं हैं।

neend se mera taalluq hi nahin barason se, 

khvaab aa aa ke meri chhat pe tahalate kyoon hain. 


कॉलेज के सब बच्चे चुप हैं काग़ज़ की इक नाव लिए,

चारों तरफ़ दरिया की सूरत फैली हुई बेकारी है।

collage ke sab bachche chup hain kaagaz ki ik naav liye, 

chaaron taraf dariya ki soorat faili hui bekaari hai.


इन रातों से अपना रिश्ता जाने कैसा रिश्ता है,

नींदें कमरों में जागी हैं ख़्वाब छतों पर बिखरे हैं।

in raaton se apana rishta jaane kaisa rishta hai, 

neenden kamaron mein jaagi hain khvaab chhaton par bikhare hain. 


चेहरों के लिए आईने कुर्बान किये हैं,

इस शौक में अपने बड़े नुकसान किये हैं,​

महफ़िल में मुझे गालियाँ देकर है बहुत खुश​,

जिस शख्स पर मैंने बड़े एहसान किये है।

cheharon ke liye aaiene kurbaan kiye hain, 

is shauk mein apane bade nukasaan kiye hain,​

mahafil mein mujhe gaaliyaan dekar hai bahut khush​, 

jis shakhs par mainne bade ehasaan kiye hai. 

तेरी हर बात ​मोहब्बत में गँवारा करके​,

दिल के बाज़ार में बैठे हैं खसारा करके​,

मैं वो दरिया हूँ कि हर बूंद भंवर है जिसकी​,​​

तुमने अच्छा ही किया मुझसे किनारा करके।

teri har baat ​mohabbat mein ganvaara karake​, 

dil ke baazaar mein baithe hain khasaara karake​,

 main vo dariya hoon ki har boond bhanvar hai jisaki​,​​

tumane achchha hi kiya mujhase kinaara karake. 


ये हादसा तो किसी दिन गुजरने वाला था,

मैं बच भी जाता तो एक रोज मरने वाला था।

ye haadasa to kisi din gujarane vaala tha, 

main bach bhi jaata to ek roj marane vaala tha. 


एक चिंगारी नज़र आई थी बस्ती में उसे,

वो अलग हट गया आँधी को इशारा कर के।

ek chingaari nazar aai thi basti mein use, 

vo alag hat gaya aandhi ko ishaara kar ke.


आँख में पानी रखो होंटों पे चिंगारी रखो,

ज़िंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो,

एक ही नदी के हैं ये दो किनारे दोस्तो,

दोस्ताना ज़िंदगी से मौत से यारी रखो।

aankh mein paani rakho honton pe chingaari rakho, 

zinda rahana hai to tarakeeben bahut saari rakho, 

ek hi nadi ke hain ye do kinaare dosto, 

dostaana zindagi se maut se yaari rakho.

             

हाथ खाली हैं तेरे शहर से जाते-जाते,

जान होती तो मेरी जान लुटाते जाते,

अब तो हर हाथ का पत्थर हमें पहचानता है,

उम्र गुजरी है तेरे शहर में आते जाते।

haath khaali hain tere shahar se jaate-jaate, 

jaan hoti to meri jaan lutaate jaate, 

ab to har haath ka patthar hamen pahachaanata hai, 

umr gujari hai tere shahar mein aate jaate. 

Dr. Rahat Indori Famous Shayariराहत इंदौरी शायरी हिंदी

Rahat Indori Famous Shayari: Today we are presenting Rahat Indori Shayari in Hindi in front of you. He was born on 1 January 1950 in Indore, Madhya Pradesh. He is a globally known poet of Mushaira, that's why we have tried to compile for you some famous poets written by Rahat Indori at one place.

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उसे अब के वफ़ाओं से गुजर जाने की जल्दी थी,

मगर इस बार मुझ को अपने घर जाने की जल्दी थी,

मैं आखिर कौन सा मौसम तुम्हारे नाम कर देता,

यहाँ हर एक मौसम को गुजर जाने की जल्दी थी।

use ab ke wafaon se gujar jaane ki jaldi thi, 

magar is baar mujh ko apane ghar jaane ki jaldi thi, 

main aakhir kaun sa mausam tumhaare naam kar deta, 

yahaan har ek mausam ko gujar jaane ki jaldi thi. 


अपनी पहचान मिटाने को कहा जाता है,

बस्तियाँ छोड़ के जाने को कहा जाता है।

पत्तियाँ रोज़ गिरा जाती है ज़हरीली हवा,

और हमें पेड़ लगाने को कहा जाता है।

apani pahachaan mitaane ko kaha jaata hai, 

bastiyaan chhod ke jaane ko kaha jaata hai. 

pattiyaan roz gira jaati hai zahareeli hava, 

aur hamen ped lagaane ko kaha jaata hai.


नए सफर का नया इंतज़ाम कह देंगे

हवा को धूप चरागों को शाम कह देंगे,

किसी से हाथ भी छुपकर मिलाइए वर्ना

इसे भी मौलवी साहब हराम कह देंगे।

naye safar ka naya intazaam kah denge 

hava ko dhoop charaagon ko shaam kah denge, 

kisi se haath bhi chhupakar milaiye varna 

ise bhee maulavi saahab haraam kah denge.


सूरज सितारे चाँद मेरे साथ मेँ रहे

जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहे,

शाख़ों से टूट जायें वो पत्ते नहीं हैं हम

आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे।

sooraj sitaare chaand mere saath men rahe 

jab tak tumhaare haath mere hath mein rahe, 

shaakhon se toot jaayen vo patte nahin hain ham

 aandhi se koi kah de ki auqaat mein rahe. 


आंख में पानी रखो, होठों पे चिंगारी रखो

जिंदा रहना है तो, तरकीबें बहुत सारी रखो,

ले तो आये शायरी बाज़ार में राहत मियां

क्या ज़रूरी है के लहजे को भी बाज़ारी रखो।

aankh mein paani rakho, hothon pe chingaari rakho 

jinda rahana hai to, tarakeeben bahut saari rakho, 

le to aaye shaayari baazaar mein raahat miyaan 

kya zaroori hai ke lahaje ko bhi baazaari rakho. 


कल तक दर दर फिरने वाले, घर के अन्दर बैठे हैं

और बेचारे घर के मालिक, दरवाज़े पर बैठे हैं,

खुल जा सिम सिम याद है किसको, कौन कहे और कौन सुने

गूंगे बाहर चीख रहे हैं, बहरे अन्दर बैठे हैं।

kal tak dar dar firane vaale, ghar ke andar baithe hain 

aur bechaare ghar ke maalik, daravaaze par baithe hain, 

khul ja sim sim yaad hai kisako, kaun kahe aur kaun sune 

goonge baahar cheekh rahe hain, bahare andar baithe hain. 


नदी ने धूप से क्या कह दिया रवानी में

उजाले पाँव पटकने लगे हैं पानी में,

अब इतनी सारी शबों का हिसाब कौन रखे,

बहुत सवाब कमाए गए जवानी में।

nadi ne dhoop se kya kah diya ravaani mein 

ujaale paanv patakane lage hain paani mein, 

ab itani saari shabon ka hisaab kaun rakhe, 

bahut savaab kamae gaye javaani mein. 


हर एक लफ्ज़ का अंदाज़ बदल रखा है

आज से हमने तेरा नाम, ग़ज़ल रखा है,

मैंने शाहों की मोहब्बत का भरम तोड़ दिया

मेरे कमरे में भी एक ताज महल रखा है।

har ek lafz ka andaaz badal rakha hai 

aaj se hamane tera naam, gazal rakha hai, 

mainne shaahon ki mohabbat ka bharam tod diya 

mere kamare mein bhi ek taaj mahal rakha hai.

राहत इन्दौरी की 6 बेस्ट गजलें | Best Rahat Indori Shayari in Hindi

Top Shayari of Rahat Indori: Rahat Indori is the name which is known by every person of the country who has ever read even a single lion, Rahat Saheb has achieved that position on the basis of his poetry, which is sought by every poet. One person has

Before saying goodbye to the world, Rahat Saheb reached many people with his Rahat Indori Shayari Collection, Rahat Indori best shayari, rahat indori shayari sad, rahat indori shayari in hindi love, rahat indori shayari attitude, राहत इंदौरी शायरी हिंदी 4 लाइन, राहत इंदौरी शायरी हिंदी 2 लाइन, rahat indori shayari motivational. because even at the last stage of his age, the poet inside Rahat Saheb always remained young. Were and then used to be on the throne of the government. Rahat Saheb writes in a moment that "Every day the stars are disturbed in the show, the moon is mad, it comes out in the dark" and in the next moment with his pen, "I have accepted the world only after tasting the fun, I was thinking that such I will leave him” like arrows coming out.

1. बुलाती है मगर जाने का नईं - Rahat Indori Shayari

बुलाती है मगर जाने का नईं,

ये दुनिया है इधर जाने का नईं


मेरे बेटे किसी से इश्क़ कर,

मगर हद से गुजर जाने का नईं


सितारें नोच कर ले जाऊँगा,

मैं खाली हाथ घर जाने का नईं


वबा फैली हुई है हर तरफ,

अभी माहौल मर जाने का नईं


वो गर्दन नापता है नाप ले,

मगर जालिम से डर जाने का नईं।

2. रोज़ तारों को नुमाइश में खलल पड़ता है - Rahat Indori Shayri

रोज़ तारों को नुमाइश में खलल पड़ता है,

चाँद पागल हैं अंधेरे में निकल पड़ता हैं


मैं समंदर हूँ कुल्हाड़ी से नहीं कट सकता,

कोई फव्वारा नही हूँ जो उबल पड़ता है


कल वहाँ चाँद उगा करते थे हर आहट पर,

अपने रास्ते में जो वीरान महल पड़ता है


ना त-आरूफ़ ना त-अल्लुक हैं मगर दिल अक्सर,

नाम सुनता हैं तुम्हारा तो उछल पड़ता है


उसकी याद आई हैं साँसों ज़रा धीरे चलो,

धड़कनो से भी इबादत में खलल पड़ता है।

3. किसी के बाप का हिन्दोस्तान थोड़ी है - Rahat Indori Shayari in Hindi

अगर ख़िलाफ़ हैं होने दो जान थोड़ी है,

ये सब धुआँ है कोई आसमान थोड़ी है


लगेगी आग तो आएँगे घर कई ज़द में,

यहाँ पे सिर्फ़ हमारा मकान थोड़ी है


मैं जानता हूँ के दुश्मन भी कम नहीं लेकिन,

हमारी तरहा हथेली पे जान थोड़ी है


हमारे मुँह से जो निकले वही सदाक़त है,

हमारे मुँह में तुम्हारी ज़ुबान थोड़ी है


जो आज साहिबे मसनद हैं कल नहीं होंगे,

किराएदार हैं ज़ाती मकान थोड़ी है


सभी का ख़ून है शामिल यहाँ की मिट्टी में,

किसी के बाप का हिन्दोस्तान थोड़ी है।

राहत इंदौरी शायरी हिंदी 4 लाइन

4. उसकी कत्थई आंखों में हैं जंतर मंतर सब - राहत इंदौरी शायरी

उसकी कत्थई आँखों में हैं जंतर-मंतर सब,

चाक़ू-वाक़ू, छुरियाँ-वुरियाँ, ख़ंजर-वंजर सब


जिस दिन से तुम रूठीं मुझ से रूठे-रूठे हैं,

चादर-वादर, तकिया-वकिया, बिस्तर-विस्तर सब


मुझसे बिछड़ कर वह भी कहाँ अब पहले जैसी है,

फीके पड़ गए कपड़े-वपड़े, ज़ेवर-वेवर सब


आखिर मै किस दिन डूबूँगा फ़िक्रें करते है,

कश्ती-वश्ती, दरिया-वरिया लंगर-वंगर सब।

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5. दिल के बाज़ार में बैठे हैँ ख़सारा करके - Rahat Indori Famous Shayari

तेरी हर बात मोहब्बत में गवारा करके,

दिल के बाज़ार में बैठे हैँ ख़सारा करके


एक चिन्गारी नज़र आई थी बस्ती मेँ उसे,

वो अलग हट गया आँधी को इशारा करके


मुन्तज़िर[ हूँ कि सितारों की ज़रा आँख लगे,

चाँद को छत पे बुला लूँगा इशारा करके


मैं वो दरिया हूँ कि हर बूँद भंवर है जिसकी,

तुमने अच्छा ही किया मुझसे किनारा करके।

6. मैं आ गया हूँ बता इन्तज़ाम क्या-क्या है - राहत इंदौरी शायरी

गुलाब ख़्वाब दवा ज़हर जाम क्या-क्या है,

मैं आ गया हूँ बता इन्तज़ाम क्या-क्या है


फक़ीर शेख कलन्दर इमाम क्या-क्या है,

तुझे पता नहीं तेरा गुलाम क्या क्या है


अमीर-ए-शहर के कुछ कारोबार याद आए,

मैँ रात सोच रहा था हराम क्या-क्या है।

Conclusion

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