नमस्कार दोस्तों आजकल यह आर्टिकल लोकप्रिय शायर राजेश रेड्डी जी के कुछ चुनिंदा गजल और शेरों पर आधारित है
राजेश रेड्डी जी का जन्म 22 जुलाई 1952 को नागपुर में हुआ था राजेश रेड्डी जी के अब तक 3 ग़ज़ल संग्रह उड़ान, आसमान से आगे, व, वजूद, प्रकाशित हो चुके हैं|
राजेश रेड्डी जी अपने अलग अंदाज में शेर पढ़ने के लिए भी जाने जाते हैं | इनकी गजलों को पंकज उदास, जगजीत सिंह, भूपेंद्र, और राजकुमार रिजवी, ने गाया है |
तो चलिए पढ़ते हैं, राजेश रेड्डी जी की लोकप्रिय ग़ज़लें और शेर
Rajesh Reddy Shayari, Poetry in Hindi
राजेश रेड्डी के 20 मशहूर शेर
Shayari of Rajesh Reddy: A poet is the one who weaves human emotions beautifully on the thread of words. Like Rajesh Reddy who describes the difficulties of life very simply. His ghazals smell like wet soil, whose fragrance tries to attract the soul. Famous singer Jagjit Singh has also given his voice to his ghazals.
Today we have brought some special shers of Rajesh Reddy for you.
rajesh reddy shayari in hindi
मैं ही सबब था अब के भी अपनी शिकस्त का
इल्ज़ाम अब की बार भी क़िस्मत के सर गया
इजाज़त कम थी जीने की मगर मोहलत ज़ियादा थी
हमारे पास मरने के लिए फ़ुर्सत ज़ियादा थी
सफ़र में अब के अजब तजरबा निकल आया
भटक गया तो नया रास्ता निकल आया
किसी दिन ज़िंदगानी में करिश्मा क्यूँ नहीं होता
मैं हर दिन जाग तो जाता हूँ ज़िंदा क्यूँ नहीं होता
दिल भी इक ज़िद पे अड़ा है किसी बच्चे की तरह
या तो सब कुछ ही इसे चाहिए या कुछ भी नहीं
सर क़लम होंगे कल यहाँ उन के
जिन के मुँह में ज़बान बाक़ी है
बड़ी तस्वीर लटका दी है अपनी
जहाँ छोटा सा आईना था पहले
दिन को दिन रात को मैं रात न लिखने पाऊँ
उन की कोशिश है कि हालत न लिखने पाऊँ
जुस्तुजू का इक अजब सिलसिला ता-उम्र रहा
ख़ुद को खोना था कहीं और कहीं ढूँढना था
क्या जाने किस जहाँ में मिलेगा हमें सुकून
नाराज़ हैं ज़मीं से ख़फ़ा आसमाँ से हम
Rajesh Reddy Shayari Collection
मिलते नहीं हैं अपनी कहानी में हम कहीं
ग़ायब हुए हैं जब से तेरी दास्ताँ से हम
बुलंदी के लिए बस अपनी ही नज़रों से गिरना था
हमारी कम-नसीबी हम में कुछ ग़ैरत ज़ियादा थी
दिल भी बच्चे की तरह ज़िद पे अड़ा था अपना
जो जहाँ था ही नहीं उस को वहीं ढूँढना था
कुछ इस तरह गुज़ारा है ज़िंदगी को हम ने
जैसे कि ख़ुद पे कोई एहसान कर लिया है
दोस्तों का क्या है वो तो यूँ भी मिल जाते हैं मुफ़्त
रोज़ इक सच बोल कर दुश्मन कमाने चाहिएँ
ज़िंदगी तो कभी नहीं आई
मौत आई ज़रा ज़रा कर के
आईने से उलझता है जब भी हमारा अक्स
हट जाते हैं बचा के नज़र दरमियाँ से हम
Rajesh Reddy Shayari
यहाँ हर शख़्स हर पल हादसा होने से डरता है .
खिलौना है जो मिट्टी का फ़ना होने से डरता है
ऐसे न बिछड़ आँखों से अश्कों की तरह तू
आ लौट के आ फिर तिरी यादों की तरह तू
कुछ परिंदों को तो बस दो चार दाने चाहिएँ
कुछ को लेकिन आसमानों के ख़ज़ाने चाहिएँ
राजेश रेड्डी की TOP 10 लोकप्रिय ग़ज़लें | Rajesh Reddy Shayari in Hindi
Rajesh Reddy Shayari Collection – Rajesh Reddy is the name of the fun of making your helplessness and helplessness a ghazal. He was born on July 22, 1952 in Nagpur, Rajasthan, India. Reddy ji is a Hindi Literature Masters.
1. ये जो ज़िन्दगी की किताब है
ये जो ज़िन्दगी की किताब है ये किताब भी क्या किताब है|
कहीं इक हसीन सा ख़्वाब है कहीं जान-लेवा अज़ाब है|
कहीं छाँव है कहीं धूप है कहीं और ही कोई रूप है,
कई चेहरे इस में छुपे हुए इक अजीब सी ये नक़ाब है|
कहीं खो दिया कहीं पा लिया कहीं रो लिया कहीं गा लिया,
कहीं छीन लेती है हर ख़ुशी कहीं मेहरबान बेहिसाब है|
कहीं आँसुओं की है दास्ताँ कहीं मुस्कुराहटों का बयाँ,
कहीं बर्क़तों की है बारिशें कहीं तिश्नगी बेहिसाब है|