सफलता के सूत्र |
safal hone ke 6 best sutra नमस्कार दोस्तों- मानव जीवन तो हम सबको मिला है पर इस अनमोल जीवन का सदुपयोग बहुत कम लोग ही कर पाते हैं। वर्तमान समय में हर आदमी अपने जीवन में सुख शांति और सफलता चाहता है, और इसके लिए वह हर संभव प्रयास भी करता है परंतु क्या हर कोई सफल हो पाता है।
दोस्तों- आज दुनिया रफ्तार की दीवानी है और जो जितना गतिशील है, वह उतना ही सफल और प्रगतिशील माना जाता है। क्योंकि वर्तमान समय में अगर आप मोबाइल लैपटॉप या अन्य कोई उपकरण भी लेते हैं तो उसकी रफ्तार यानी रैम वा प्रोसेसर देखकर ही लेते हैं।
अगर आप अपने जीवन में सफल और प्रगतिशील है तो दुनिया आपके साथ है लेकिन अगर आप असफल है तो आपके अपने ही आपका साथ देने में संकोच करते हैं। अगर आप सफल हैं तो यह दुनिया आपकी बातों पर यकीन करेगी लेकिन असफल व्यक्ति का यही दुनिया उपहास करती है।
अपने जीवन और अपने क्षेत्र मे हर कोई सफल होना चाहता है, लेकिन लक्ष्य निर्धारण के बाद भी जब सफलता नहीं मिलती तो आदमी के ह्रदय में निराशा के भाव उत्पन्न होने लगते हैं, ऐसी स्थिति में हमें मन की गहराई में उतरकर आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है, कि हमारे असफल होने के क्या कारण हैं-
तो दोस्तों- अगर आप भी जीवन में सफलता चाहते हैं और इस भागते हुए समय की आपाधापी से परेशान हैं तो इस आर्टिकल में सफलता के लिए कुछ महत्वपूर्ण सूत्र हैं, जिसके जरिए आप आत्मसमीक्षा कर पाएंगे और अपनी कमियों को दूर करके सफलता की ओर अग्रसर हो पाएंगे। how to success in life, jivan me safalta kaise paye
safalta pane ka tarika
मजबूत इच्छाशक्ति (Strong willpower)
किसी भी कार्य को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए सबसे मुख्य चीज है इच्छा शक्ति, आपको आपसे ज्यादा कोई नहीं जानता इसलिए आप सबसे पहले स्वयं की कमी को खोजें, आप जिस कार्य में सफल होना चाहते हैं।
उसके लिए अपने मन में लालसा जागृत कीजिए उस कार्य को पूरे मन और मजबूत इच्छाशक्ति से करिए आप निश्चित ही सफल होंगे। क्योंकि मजबूत इच्छाशक्ति से आपके कल्पनाओं को पंख लग जाते हैं, और यह धरातल पर आकर हकीकत का रूप ले लेती है और हमारे सपनों को हकीकत में बदल देती है।
कृतज्ञता (Gratitude)
यदि आप जीवन में सफल और खुश रहना चाहते हैं तो आपके अंदर कृतज्ञता की भावना होना जरूरी है, अगर आपको मनुष्य का जन्म मिला है तो ईश्वर को धन्यवाद दें, आपको दुनिया में लाने के लिए अपने माता-पिता को धन्यवाद दें,
अपनी गलतियों को मानना सीखे, यह नहीं कि मेरा समय खराब चल रहा है, या भगवान मेरे साथ ही ऐसा क्यों कर रहे हैं अरे मेरी तो किस्मत ही खराब है।
बल्कि अपनी उन सभी गलतियों के कृतज्ञ बने कि आपने उन गलतियों से बहुत कुछ सीखा अपने किसी भी दोष को दूसरों पर मढ़ने के बजाय उनसे सीख लेकर आगे बढ़े।
सकारात्मक सोच (Positive thinking)
अगर आप जीवन में सफलता चाहते हैं, तो हर परिस्थिति में अपनी सोच को सकारात्मक रखें। नकारात्मक-विचारों को अपने पास भी ना भटकने दें. क्योंकि आपकी सोच ही आपके सफल या असफल बनने का कारण बनती है।
आप जैसा सोचेंगे आप वैसे ही बन जाएंगे. अगर किसी कार्य को करने के पहले ही नकारात्मक विचार जैसे- मैं इसे नहीं कर पाऊंगा, मैं यह कार्य करने के काबिल नहीं हूं, अगर मैं फेल हो गया तो लोग मेरा मजाक उड़ाएंगे।
ऐसे नकारात्मक-विचारों को अपने मन में ना आने दें बल्कि सकारात्मक विचार जैसे-अगर कोई दूसरा इस कार्य को कर सकता है तो मैं क्यों नहीं कर सकता, अरे वह भी तो इंसान ही है ना.मैं किसी से कम नहीं हूं,
ऐसी सोच के साथ कार्य करें, मैं यहां नीचे हिंदी के एक प्रसिद्ध कवि डॉ-कुंवर बेचैन की कृतज्ञता. और सकारात्मक-सोच से भरी. एक कविता भी लिख रहा हूं जो शायद आपको पसंद भी आए
चोटों पे चोट देते ही जाने का शुक्रिया,
पत्थर को बुत की शक्ल में लाने का शुक्रिया
जागा रहा तो मैंने नए काम कर लिए,
ऐ नींद आज तेरे न आने का शुक्रिया।
सूखा पुराना ज़ख्म नए को जगह मिली,
स्वागत नए का और पुराने का शुक्रिया।
आतीं न तुम तो क्यों मैं बनाता ये सीढ़ियाँ,
दीवारों, मेरी राह में आने का शुक्रिया।
आँसू-सा माँ की गोद में आकर सिमट गया
नज़रों से अपनी मुझको गिराने का शुक्रिया।
अब यह हुआ कि दुनिया ही लगती है मुझको घर,
यूँ मेरे घर में आग लगाने का शुक्रिया।
ग़म मिलते हैं तो और निखरती है जिंदगी,
यह बात है तो सारे ज़माने का शुक्रिया।
अब मुझको आ गए हैं मनाने के सब हुनर,
एकाग्रता (Concentration)
मनुष्य के जीवन में एकाग्रता का बहुत महत्व है, किसी उद्देश्य को पाने के लिए किसी और तरफ ध्यान ना लगाते हुए सिर्फ अपने उद्देश्य पर ध्यान देना ही एकाग्रता का अर्थ है।
इसलिए हमें अपने जीवन का एक लक्ष्य बनाना चाहिए और एकाग्रता को अपनी एक आदत के रूप में विकसित करना चाहिए, एकाग्रता पर स्वामी विवेकानंद जी ने कहा है की
एकाग्रता सभी ज्ञान का सार है इसके बिना कुछ भी नहीं किया जा सकता है, साधारण इंसान द्वारा सोचने की शक्ति का नब्बे प्रतिशत व्यर्थ किया जाता है ,और इसलिए वह लगातार भूल करता है।
धैर्य (Patience)
समय कभी भी एक समान नहीं रहता आपको अपनी मंजिल की तरफ बढ़ते हुए राह में कई बाधाएं और चुनौतियां, आएंगी इन से घबराकर थक-हार कर वा भाग्य को कोसने से कुछ नहीं होने वाला है
क्योंकि जिस आदमी में धैर्य नहीं है तो उसकी ताकत कमजोरी में बदल जाती है, और उसे वह नहीं मिल पाता जिसका वह हकदार होता है। दुनिया में कोई भी व्यक्ति चाहे जिस स्तर पर पहुंचा हो उसे राह में तमाम मुश्किलों और चुनौतियां का सामना करना पड़ा है,
मुश्किलें और चुनौतियां आदमी के व्यक्तित्व को निखार कर पहले से कहीं अधिक मजबूत और समझदार बना देती है इसलिए जिसके अंदर धैर्य का बल होता है वह अपनी मनोस्थिति-को संभाले रहता है
और उसे अनुकूल दिशा देता है, और मुश्किलें व बाधाएं भी ऐसे धैर्यवान व्यक्तियों का रास्ता छोड़ देती हैं|
अपने आप पर भरोसा (trust yourself)
सफलता पाने के लिए खुद पर भरोसा होना सबसे महत्वपूर्ण है अगर आपको अपने ऊपर भरोसा नहीं है तो आपकी मजबूत-इच्छाशक्ति और सकारात्मक-सोच पूर्ण रूप से प्रभावी नहीं हो पाते हैं, लेकिन जिन्हें खुद पर यकीन होता है उसकी ईश्वर भी सहायता करता है|
दोस्तों- आज के इस Article में हमने किसी भी कार्य में सफलता पाने के कुछ मूलमंत्र के बारे में जाना अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो इस Post को अपने दोस्तों से भी शेयर करें...
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Thank you sir itni achchi jankari dene ke liye
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